आखिरी ब्लॉग में आप को मेने बताया था की किस्मत कुछ नही होती जो भी है करना है वो खुद से करना है
आज उन लोगो के बारे में लिखने को मन कर रहा है जो हर बात में नकारात्मक सोचते है जैसे "मै नहीं कर सकता , मेरे बस का नही है , मुझे इसके बारे में नही मालूम, मुझे ये काम तो करते ही नही आता ", ये वो लोग है जो जिंदगी में आगे ही नही बढ़ना चाहते है जिन्होंने अपने आप को वही रोक रखा है उनके लिए जिंदगी वही ख़तम हो गई है फिर बुढ़ापे में कहते है मेरी तो किस्मत ख़राब थी में क्या करता । सच में जिंदगी में पॉजिटिव सोच रखना जिंदगी को सही से जीने का नाम है चलो में एक कहानी सुनाता हूँ आदमी पॉजिटिव सोच रखने से क्या हो सकता है
"एक बहुत बड़ा बिज़नेस मेन था जिसकी बहुत बड़ी कंपनी थी । कुछ वक्त चलने के बाद अचानक उसे बहुत घाटे में जाना पड़ा एक के बाद एक बिज़नेस बंद होगये । सभी दोस्त और कर्मचारी भी चले गए उस पर बहुत सारा कर्ज का बोझ आ गया । वो बहुत परेशान रहने लगा । एक दिन उसने सोचा आत्महत्या कर लेता हूँ सभी झंझट से झुटकारा मिल जायेगा । वो ये सोचते सोचते एक गार्डन में बैठा बैठा रो रहा था । वही पर उसके पास एक बूढा आदमी आया और पूछ क्या हुआ क्यों परेशान हो रो क्यों रही हो तो उसने कहा की मेरी सभी कंपनी बंद हो गयी है और बहुत सारा कर्ज भी हो गया है इसी लिए में सोच रहा हूँ की आत्महत्या कर लेता हूँ फिर उस बूढ़े ने कंहा की मैं वारेन बफेट (एक वक्त के सबसे आमिर आदमी ) हूँ मैं तुम्हारी मदद कर देता हूँ तुम्हारा बिज़नेस अच्छा चल जाये जब दे देना मुझे फिर उसने अपनी जेब से एक चेक बुक निकली और 10 million का चेक बना कर उसे दे दिया । उसने उस बूढ़े को सुक्रिया किया और वापस घर आ गया कुछ सोचने के बाद उसने सोचा की पहले में अपने दम पर सब कुछ सही करने की कोसिस करूँगा इन पैसो की सहायता जब ही लूंगा जब बहुत ज्यादा जरुरत पड़ेगी. फिर वो लग गया अपने काम में और दिन रात मेहनत करके फिर से अपनी कंपनी को उसी पोजीशन पर ला खड़ा कर दिया । और उसे उन पैसे की जो बूढ़े ने दिया था उसकी जरुरत भी नही पड़ी । उसने सोचा क्यों न उस बूढ़े को उसका चेक वापस दे दिया जाये । वो उसी गार्डन में चेक लिए बूढ़े का पता लगाने लगा । तब ही अचानक वो बूढा उसके पास आया और उसे ध्यान से देखने लगा इतने ही देर में उसेक पीछे दौड़ते हुए एक नर्स आयी । और उस बिज़नेस में से कहने लगी आप इस पागल से क्या बात कर रहे हो ये तो पागल है हर किसी को कहता फिरता है की में वारेन बफेट हूँ और चेक बट्टे फिरता है इतना कह कर उस बूढ़े को वो नर्से ले गई । बिज़नस में वही बैठे बैठे समझ नहीं पा रहा था की में जिस चेक के पीछे अपना सब कुछ लगा के काम कर रहा था असल में वो नकली था । उसने जो भी करा एक पॉजिटिव सोच से करा "
आज उन लोगो के बारे में लिखने को मन कर रहा है जो हर बात में नकारात्मक सोचते है जैसे "मै नहीं कर सकता , मेरे बस का नही है , मुझे इसके बारे में नही मालूम, मुझे ये काम तो करते ही नही आता ", ये वो लोग है जो जिंदगी में आगे ही नही बढ़ना चाहते है जिन्होंने अपने आप को वही रोक रखा है उनके लिए जिंदगी वही ख़तम हो गई है फिर बुढ़ापे में कहते है मेरी तो किस्मत ख़राब थी में क्या करता । सच में जिंदगी में पॉजिटिव सोच रखना जिंदगी को सही से जीने का नाम है चलो में एक कहानी सुनाता हूँ आदमी पॉजिटिव सोच रखने से क्या हो सकता है
"एक बहुत बड़ा बिज़नेस मेन था जिसकी बहुत बड़ी कंपनी थी । कुछ वक्त चलने के बाद अचानक उसे बहुत घाटे में जाना पड़ा एक के बाद एक बिज़नेस बंद होगये । सभी दोस्त और कर्मचारी भी चले गए उस पर बहुत सारा कर्ज का बोझ आ गया । वो बहुत परेशान रहने लगा । एक दिन उसने सोचा आत्महत्या कर लेता हूँ सभी झंझट से झुटकारा मिल जायेगा । वो ये सोचते सोचते एक गार्डन में बैठा बैठा रो रहा था । वही पर उसके पास एक बूढा आदमी आया और पूछ क्या हुआ क्यों परेशान हो रो क्यों रही हो तो उसने कहा की मेरी सभी कंपनी बंद हो गयी है और बहुत सारा कर्ज भी हो गया है इसी लिए में सोच रहा हूँ की आत्महत्या कर लेता हूँ फिर उस बूढ़े ने कंहा की मैं वारेन बफेट (एक वक्त के सबसे आमिर आदमी ) हूँ मैं तुम्हारी मदद कर देता हूँ तुम्हारा बिज़नेस अच्छा चल जाये जब दे देना मुझे फिर उसने अपनी जेब से एक चेक बुक निकली और 10 million का चेक बना कर उसे दे दिया । उसने उस बूढ़े को सुक्रिया किया और वापस घर आ गया कुछ सोचने के बाद उसने सोचा की पहले में अपने दम पर सब कुछ सही करने की कोसिस करूँगा इन पैसो की सहायता जब ही लूंगा जब बहुत ज्यादा जरुरत पड़ेगी. फिर वो लग गया अपने काम में और दिन रात मेहनत करके फिर से अपनी कंपनी को उसी पोजीशन पर ला खड़ा कर दिया । और उसे उन पैसे की जो बूढ़े ने दिया था उसकी जरुरत भी नही पड़ी । उसने सोचा क्यों न उस बूढ़े को उसका चेक वापस दे दिया जाये । वो उसी गार्डन में चेक लिए बूढ़े का पता लगाने लगा । तब ही अचानक वो बूढा उसके पास आया और उसे ध्यान से देखने लगा इतने ही देर में उसेक पीछे दौड़ते हुए एक नर्स आयी । और उस बिज़नेस में से कहने लगी आप इस पागल से क्या बात कर रहे हो ये तो पागल है हर किसी को कहता फिरता है की में वारेन बफेट हूँ और चेक बट्टे फिरता है इतना कह कर उस बूढ़े को वो नर्से ले गई । बिज़नस में वही बैठे बैठे समझ नहीं पा रहा था की में जिस चेक के पीछे अपना सब कुछ लगा के काम कर रहा था असल में वो नकली था । उसने जो भी करा एक पॉजिटिव सोच से करा "